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Dr.Chirag Thakkar

बेरियाट्रिक सर्जरी बाद गर्भावस्था

बेरियाट्रिक सर्जरी, जिसे वजन घटाने की सर्जरी के रूप में भी जाना जाता है, वह मोटापे से जूझ रहे लोगों के लिए समाधान के रूप में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। बेरियाट्रिक सर्जरी करवाने वाले मरीजों में से बड़ी संख्या ऐसी युवा महिलाओं की है जो रिप्रोडक्टिव (प्रजनन) आयु वर्ग में आती हों। जबकि इस सर्जरी के कई लाभ हैं, जैसे कि जीवन स्तर में सुधार लाना और लंबे समय से चल रही बीमारियों से होने वाले खतरे को कम करना और यह उन महिलाओं के लिए भी असरकारक है जिन्हें गर्भधारण ना हो रहा हो। इसलिए, ऐसे सभी  मरीज़ो को बरियाट्रिक सर्जरी के बाद अपने भविष्य में होने वाले गर्भावस्था की योजना के बारे में चिंता होती है।

यदि आपकी बेरियाट्रिक सर्जरी हुई है और आप गर्भवती होने का विचार कर रही हैं, तो आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। इस आर्टिकल में, हम गर्भावस्था के अलग-अलग फेज़ और पहलुओं पर बेरियाट्रिक सर्जरी के होने वाले प्रभावों की चर्चा करेंगे जैसे कि प्रजनन क्षमता और गर्भधारण (fertility and conception), गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली विशेष देखभाल, और प्रसव यानी बच्चे की डिलीवरी पर बेरियाट्रिक सर्जरी के प्रभाव , गर्भावस्था के बाद की देखभाल। गर्भावस्था से जुड़े ये सभी पहलू है  जो बेरियाट्रिक सर्जरी से प्रभावित होने की संभावना रखते है।

बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद की प्रजनन क्षमता और गर्भधारण (fertility and conception)

  • बेरियाट्रिक सर्जरी करवाने के बाद निरंतर वज़न घटता रहता है और शरीर में सकारात्मक हार्मोनल
    बदलाव होते है जिसके कारण प्रजनन क्षमता या गर्भधान में काफी सुधार आता है।
  • आंकड़ों से पता चलता है कि युवा महिलाएं जो व्यंधत्व(बांझपन) से जूझ रही हैं, उनमें से लगभग 40-45
    प्रतिशत मोटापे से ग्रस्त हैं और इन सभी महिलाओं को बेरियाट्रिक सर्जरी से प्रजनन क्षमता में सुधार जैसे लाभ होने की संभावना है।
  • इस तरह, बेरियाट्रिक सर्जरी का प्रजनन और गर्भाधान पर सकारात्मक असर है। बेरियाट्रिक सर्जरी की वजह से व्यंधत्व जैसी नई समस्या उत्तपन्न हो ऐसी कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।
  • एकमात्र सावधानी जो हमें बरतने की ज़रूरत है वह यह है कि हमें बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद के
    पहले 2 साल तक गर्भावस्था को टाल देना चाहिए ताकि माँ और बच्चे के पोषण में कमी ना आए।
  • बेरियाट्रिक सर्जरी के 2 साल बाद गर्भावस्था की योजना बनाई जानी चाहिए और बेरियाट्रिक सर्जरी
    के बाद के पहले 2 साल में गर्भनिरोधक साधनो का सही से उपयोग कर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
  • ऐसे मरीज़ जो लंबे समय से व्यंधत्व(बाँझपन) से संघर्ष कर रहे है, उनमे सामान्यतः संभावना है की वे गर्भधारण की उम्मीद न करते हुए गर्भनिरोधक को थोड़ा कम गंभीरता से लेते है।
  • लेकिन यह गलत तरीका है। और अक्सर बहुत से मरीज़ बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद गलती से गर्भवती
    हो जाती है, जबकि वे गर्भावस्था की उम्मीद बिलकुल नहीं रख रही होती हैं।
  • इसलिए, बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद गर्भनिरोधक को शुरुआती 1.5-2 साल के लिए बहुत गंभीरता से
    लेना चाहिए क्योंकि हम नहीं चाहते कि बेरियाट्रिक सर्जरी करवाया हुआ मरीज़ अपने वज़न घटाने के शुरूआती फेज़ के दौरान गर्भधारण करें जहां वजन कम होना अभी भी जारी है।

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बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद गर्भावस्था की प्रगति और देखभाल

बेरियाट्रिक सर्जरी करवाए हुए मरीज़ में, गर्भावस्था उसी तरह आगे बढ़ेगी जैसे किसी अन्य गर्भवती महिला में गर्भावस्था आगे बढ़ती है, जिसकी सर्जरी नहीं हुई है।
फर्क सिर्फ इतना होगा कि गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त जाँच और अधिक देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। वजन घटाने की सर्जरी कराने वाली महिलाओं को आवश्यक एनर्जी और पोषण की जांच सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता हो सकती है। इसमें विटामिन, आयरन और मिनरल के मात्रा की नियमित जाँच शामिल हो सकती है।

जिन महिलाओं ने बेरियाट्रिक सर्जरी करवाई है, उनमें गर्भावस्था के दौरान वजन स्वस्थता से बढ़ता है और हाई ब्लडप्रेसर, प्रीक्लेम्पसिआ एवम प्रीमेच्योर डिलीवरी होने की संभावना कम रहती है।

इसलिए, यह सावधानी बरतनी चाहिए की आपकी बेरियाट्रिक सर्जरी के बारे में आपके गायनेकोलॉजिस्ट को सूचित किया जाये। ताकि, वे यह बात को ध्यान में रखकर आपका इलाज करे।

यही नहीं, आपकी बेरियाट्रिक टीम को भी आपकी गर्भावस्था के बारे में सूचित करना चाहिए और उन्हें आपकी गर्भावस्था सफर में शामिल करना चाहिए। ताकि, वे आपके पोषण के स्तर का विस्तृत मूल्यांकन का सुझाव दे सकते है और वे विटामिन सप्लीमेंट्स के बारे में भी अपनी राय दे सकते है। अन्यथा, गर्भावस्था के अन्य पहलू किसी भी अन्य गर्भवती महिला के समान ही रहते हैं, जिनकी कोई बैरियाट्रिक सर्जरी नहीं हुई है।

इस विषय में ज्यादा जानकारी के लिए निचे दी गई लिंक पर क्लिक करके डॉ चिराग ठक्कर से सुनिए।

बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद डिलीवरी और बच्चे का जन्म

गर्भावस्था का अंतिम चरण यानी बच्चे का जन्म किसी भी तरह से बेरियाट्रिक सर्जरी से प्रभावित नहीं होता है। उचित मेडिकल मेनेजमेंट के साथ, बेरियाट्रिक सर्जरी करवाने वाली कई महिलाएं स्वस्थ गर्भधारण और डिलीवरी कर सकती हैं।

बेरियाट्रिक सर्जरी से बच्चे की डिलीवरी प्रभावित नहीं होती है और यह किसी भी अन्य गर्भवती महिला की डिलीवरी की तरह ही होती है। जो महिलाएँ की जिन्होंने बेरियाट्रिक सर्जरी करवाई हो, उनकी डिलीवरी के बारे में कहेंगे की, क्या गर्भावस्था नॉर्मल डिलीवरी से या सीजेरियन सेक्शन के साथ समाप्त होगी यह गर्भावस्था के अन्य पहलुओं और उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करेगा। जिन महिलाओं की बेरियाट्रिक सर्जरी हुई है उनकी गर्भावस्था के दौरान उनके पोषक तत्वों के स्तर की बारीकी से जाँच की जानी अत्यंत आवश्यक है और उन्हें सप्लीमेंट लेने की आवश्यकता भी पड़ सकती है ताकि वे सुनिश्चित कर पाए कि उन्हें अपने और उनके विकसित हो रहे बच्चे को पर्याप्त पोषण मिल सके।
रिसर्च से पता चला है कि बेरियाट्रिक सर्जरी करवाने वाली महिलाओं से जन्मे गए शिशु में जन्म के समय वजन अधिक होने की संभावना कम होती है, जिससे डिलीवरी के दौरान होने वाली समस्याओं का खतरा भी कम हो जाता है।
बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद नॉर्मल डिलीवरी और सिजेरियन सेक्शन दोनों ही उचित रहती है और सामान्य तरीके से उनके लिए आगे बढ़ा जा सकता है और  किसी भी गर्भवती महिला के लिए सामान्य रूप से की जानेवाली देखभाल के अलावा किसी विशेष चिंता या देखभाल की आवश्यकता नहीं होती है।

बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद गर्भावस्था के बाद की देखभाल(Post -Pregnancy Care)

बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद जिस महिलाओँ को डिलीवरी होती है, उनके लिए डिलीवरी के बाद उचित देखभाल मिलना, स्वस्थ रिकवरी एवम श्रेष्ठ परिणामों को सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत जरूरी है। बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद की गर्भावस्था के बाद की देखभाल के लिए यहाँ कुछ दिशानिर्देश दिए गए हैं:

अपनी बेरियाट्रिक सर्जिकल टीम के साथ फॉलो-अप करें

डिलीवरी के बाद अपने बेरियाट्रिक सर्जिकल टीम के साथ एक फॉलो-अप अपॉइंटमेंट शेड्यूल करवाना बहुत ज़रूरी है ताकि आपके वजन और पोषण स्थिति का मूल्यांकन किया जा सके और आवश्यकतानुसार आपके आहार और व्यायाम में बदलाव किए जा सके।

बेरियाट्रिक सर्जिकल टीम के साथ फॉलो-अप

और बैरियाट्रिक सर्जरी के बाद के मरीज़ो को यह भी सुनिश्चित करवाना जरूरी है की गर्भावस्था के दौरान का उनका बढ़ा हुआ वजन उचित तरिके से कम हो जायेगा।

अपने पोषण की निगरानी करें

बेरियाट्रिक सर्जरी कुछ पोषक तत्वों के एब्ज़ोर्प्शन/अवशोषण (absorption) को कम कर सकती है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान और गर्भावस्था के बाद अपने पोषणक्षम आहार के सेवन की निगरानी करना महत्वपूर्ण है।आपके न्यूट्रिशनिस्ट आपके और आपके बच्चे के लिए पर्याप्त पोषण सुनिश्चित करने के लिए आयरन, कैल्शियम और विटामिन डी जैसे सप्लीमेंट्स की सलाह दे सकते है।

नियमित रूप से व्यायाम करें


नियमित व्यायाम वजन कम करने, हृदय स्वास्थ्य को सुधारने और गर्भावस्था से संबंधित डायबिटीस और अन्य समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद नियमित व्यायाम शुरू करने या जारी रखने से पहले अपनी बेरियाट्रिक सर्जिकल टीम की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

 

खुद की देखभाल अच्छे से करें

बैरियाट्रिक सर्जरी के बाद जब बच्चे को जन्म देते हो तो इसके के बाद, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए खुद की देखभाल अच्छे से करना महत्वपूर्ण है। इसमें पर्याप्त नींद लेना, स्वस्थ आहार खाना, तनाव को कम करने वाली प्रवृतियाँ करनाऔर इसके लिए दोस्तों, परिवार और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं (हैल्थ केयर प्रोवाइडर) की सहायता भी ले सकते हो।

अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता (हैल्थ केयर प्रोवाइडर) के साथ मिलकर काम करके, अपने सप्लीमेंट्स लेकर,
स्वस्थ आहार खाकर, अपने बढ़ते वजन पर नज़र रखकर और सक्रिय रहकर, आप एक स्वस्थ गर्भावस्था और
स्वस्थ शिशु सुनिश्चित कर सकती हैं। यदि आप बेरियाट्रिक सर्जरी के बाद गर्भावस्था का विचार कर रही हैं,
तो अपनी बेरियाट्रिक सर्जिकल टीम से बातचीत करें और अपने लिए एक योजना तैयार करें जो आपके लिए
सही हो।